पूर्व पालिकाध्यक्ष श्यामसुंदर उपाध्याय ’बिट्टू भैया’ 6 वर्ष के लिए कांग्रेस से निष्कासित

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पूर्व पालिकाध्यक्ष श्यामसुंदर उपाध्याय "बिट्टू भैया"

मथुरा। कांग्रेस पार्टी के हाल में वृंदावन में संपन्न हुए ब्लॉक अध्यक्षों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश स्तरीय नेताओं के साथ अभद्रता करने वाले पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष को कांग्रेस ने 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है। इससे उनके विधानसभा चुनाव लड़ने के मंसूबों पर भी पानी फिर गया है।

हाल ही में वृंदावन में कांग्रेस पार्टी के आगरा जोन के ब्लॉक अध्यक्षों का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर 4 और 5 जुलाई को संपन्न हुआ था। शिविर के दोनों ही दिन हंगामे की भेंट चढ़ गए थे। जिसमें पहले दिन कांग्रेस की प्रदेश महिला अध्यक्ष के साथ अभद्रता का मामला सामने आया था। जिसमें बमुश्किल प्रदेश महिला अध्यक्ष ने जमकर हंगामा काटा था। काफी समझाने के बाद भी वह शिविर छोड़कर चली गई थीं। हालांकि उन्होंने पुलिस में तहरीर नहीं दी थी।

इसके अगले दिन 5 जुलाई को भी प्रशिक्षण शिविर हंगामे की भेंट चढ़ गया। प्रदेश उपाध्यक्ष योगेश दीक्षित एवं मथुरा नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन श्यामसुंदर उपाध्याय उर्फ बिट्टू भैया के बीच प्रभातफेरी में पंक्तिबद्ध होने को लेकर तू तू-मैं मैं हो गई। यह विवाद बढ़ते हुए पहले गाली-गलौज और फिर मारपीट तक जा पहुंचा। इसके बाद तो शक्ति प्रदर्शन करते हुए फायरिंग भी हुई।

इस घटना के दौरान प्रशिक्षण शिविर में प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू सहित अन्य कई राष्ट्रीय एवं प्रांतीय पदाधिकारी गण मौजूद थे। इसके चलते पूर्व पालिकाध्यक्ष श्यामसुंदर उपाध्याय उर्फ बिट्टू भैया को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इसके बाद 19 जुलाई को उनके निष्कासन का पत्र जारी कर दिया गया। कांग्रेस की अनुशासन समिति के सदस्य एवं पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ला द्वारा जारी निष्कासन पत्र में कहा गया है कि 12 जुलाई को आपके द्वारा दिए गए जवाबी पत्र से समिति संतुष्ट नहीं है। आपके द्वारा किया गया कृत्य घोर अनुशासनहीनता में आता है। अतः आपको 6 वर्ष के लिए सभी पदों से हटाते हुए निष्कासित किया जाता है।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष भगवान सिंह वर्मा ने “विषबाण” को बताया कि कांग्रेस के पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष श्यामसुंदर उपाध्याय को प्रशिक्षण शिविर के दौरान हंगामा करने, प्रदेशस्तरीय नेताओं के साथ अभद्रता करने एवं शिविर के दौरान फायरिंग करने समेत अन्य आरोपों के चलते 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया गया है।

वहीं पूर्व पालिकाध्यक्ष श्यामसुंदर उपाध्याय ने “विषबाण” से बातचीत में कहा कि अभी उन्हें किसी प्रकार का कोई पत्र रिसीव नहीं हुआ है। हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे निष्कासन पत्र की उन्हें जानकारी है। बताया कि वह प्रदेश अध्यक्ष से इस संबंध में वार्ता करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन फिलहाल उनसे बात नहीं हो सकी है। पार्टी ने जो भी निर्णय लिया है वह उसे स्वीकार करते हैं। वह पार्टी के सच्चे सिपाही हैं और पार्टी के हर फैसले को स्वीकार करेंगे।