रविकांत गर्ग के समर्थकों ने उप्र उद्योग व्यापार मंडल के खिलाफ खोला मोर्चा, लगाए गंभीर आरोप

0
714
रविकांत गर्ग (उप्र व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन)

मथुरा। उप्र व्यापारी कल्याण बोर्ड को तत्काल भंग किए जाने की मांग पर दूसरे गुट के व्यापारी नेताओं ने विरोधी गुट के नेताओं पर निशाना साधते हुए गंभीर आरोप लगाए। उप्र व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन रविकांत गर्ग के समर्थक व्यापारी नेताओं ने विरोधी गुट के पदाधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिससे दोनों व्यापारी संगठनों के मध्य रार बढ़ती दिखाई दे रही है।

उप्र उद्योग व्यापार मंडल द्वारा गत दिवस स्थानीय होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में योगी सरकार द्वारा गठित उप्र व्यापारी कल्याण बोर्ड को तत्काल भंग करने की मांग की थी। संगठन के प्रांतीय महामंत्री राजेंद्र गुप्ता का कहना था कि इस बोर्ड द्वारा आज तक किसी भी व्यापारी की समस्या का समाधान नहीं किया गया। वरन् इसकी आड़ में व्यापारी संगठनों पर कब्जे किए जा रहे हैं। ऐसे में इस कल्याण बोर्ड से किसी भी तरह से व्यापारियों का कल्याण नहीं हो रहा है। अतः इसे भंग कर देना चाहिए। उनके यह बयान जैसे ही मीडिया में वायरल हुए। व्यापारियों एवं व्यापारी संगठनों में हलचल मच गई है। व्यापारी संगठन एक दूसरे पर आरोप लगाते दिखाई दे रहे हैं। बता दें कि उप्र व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रविकांत गर्ग भाजपा के काफी पुराने नेता हैं और विधायक रहे हैं। रविकांत गर्ग के भारतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद यह टकराव आरंभ हुआ था। वहीं रविकांत गर्ग पर आरोप लगाने वाले उप्र उद्योग व्यापार मंडल के वरिष्ठ प्रांतीय पदाधिकारी राजकुमार अग्रवाल मांट वाले भी भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं। अतः आगामी विधानसभा चुनाव में भी इस टकराव का असर दिखाई पड़ सकता है।

नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल मथुरा के संगठन मंत्री हेमेंद्र गर्ग (हेमू लाला) ने कहा कि जो लोग व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष एवं भारतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविकांत गर्ग पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं, वह पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखें कि उन्होंने प्रदेश व राष्ट्र के व्यापारियों के लिए अभी तक क्या किया है, कितने धरना प्रदर्शन किए है, कितनी लाठियां खाई हैं। सिर्फ घरों में बैठ कर मीटिंग कर ली जाती हैं। आज जो लोग मथुरा में व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष का अपमान कर अपनी दुकान चलाने के लिए सोच रहे हैं। वह पहले यह बताए कि अभी कुछ दिन पूर्व कोतवाली क्षेत्र से व्यापारी से एक करोड़ पांच लाख की लूट, नौहझील में व्यापारी को पुलिस द्वारा बंद किए जाने के साथ ही अन्य व्यापारियों के साथ हो रहे अत्याचार के समय यह संगठन या संगठन के पदाधिकारी कहीं नजर नहीं आए। व्यापारियों के हितों के लिए सिर्फ उप्र व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रविकांत गर्ग ने ही आवाज उठाई है। यह संगठन उन पर आरोप लगाकर अपना नाम चमकाना चाहता है।

उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष राजकुमार मामा ने कहा कि व्यापार मंडल की प्रदेश कार्यसमिति चुनाव के बहाने व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रविकांत गर्ग को अपमानित करने का षड्यंत्र घोर निंदनीय है। इससे न तो व्यापारियों का भला होने वाला है और ना ही व्यापारिक संगठनों का। कहा कि रविकांत गर्ग मथुरा सहित देश-प्रदेश के लाखों करोड़ों व्यापारियों के स्वाभिमान का प्रतीक है। उनका अपमान मथुरा सहित देश के उन करोड़ों व्यापारियों का अपमान हैं। जो रविकांत गर्ग को व्यापार जगत का सूरज मानते आए हैं। वास्तव में उद्योग व्यापार मंडल को प्रांतीय समिति के चुनाव के लिए मथुरा की धरती का उपयोग करना था तो मथुरावासी हजारों व्यापारी उनका फूलों से स्वागत करते और आगंतुक व्यापारी नेताओं को पलकों पर बिठाते। मथुरा की पवित्र धरती से व्यापारी एकता का संदेश जाना चाहिए था ना कि व्यापारियों की गुटबाजी का संदेश। मथुरा में अनेकों व्यापारिक संगठन हैं किंतु रविकांत गर्ग ने कभी भी किसी अन्य व्यापारिक संगठन के बारे में अशोभनीय टिप्पणी नहीं की। रविकांत गर्ग की पीठ पर पुलिस की लाठियों के जितनी निशान हैं, पूरे देश के व्यापारी नेताओं की पीठों पर मिलाकर नहीं होंगे। यह उनके संघर्ष की ज्वलंत मिसाल है। बृज की भूमि प्रेम रस की भूमि है। यहां षड्यंत्रकारियों का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने जनपद के सभी व्यापारिक संगठनों से इस षड्यंत्र की निंदा करने की अपील की है।

तत्काल भंग हो उप्र व्यापारी कल्याण बोर्डः उद्योग व्यापार मंडल

उद्योग व्यापार मंडल में घमासान, पुत्र सहित रविकांत गर्ग निष्कासित, निष्कासन को बताया अवैध