शिक्षक भर्ती घोटाले का मास्टर माइंड बेगराज चाहर गिरफ्तार

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मथुरा। शिक्षक भर्ती घोटाले के मास्टर माइंड बेगराज सिंह चाहर को पुलिस ने मथुरा शहर से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है।

जनपद में करीब दो वर्ष हुए शिक्षक भर्ती घोटाले के फरार प्रमुख आरोपी बेगराज सिंह चाहर पुत्र देख्शराज सिंह निवासी सीगौनी थाना नौहझील जनपद मथुरा को पुलिस गोवर्धन चौराहा क्षेत्र से देर शाम गिरफ्तार कर लिया। बताते हैं कि सपा सरकार में 12460, 15000 एवं 29300 शिक्षकों की अलग-अलग भर्तियां निकाली गई। जिसमे बीएसए कार्यालय के बाबू महेश शर्मा, कम्प्यूटर ऑपरेटर मोहित भारद्वाज ने शिक्षक नेता आलोक उपाध्याय, बेगराज सिंह चाहर, राजवीर गुर्जर आदि के सहयोग से 15-15 लाख लेकर फर्जी शिक्षकों की भर्तियां करा कर विद्यालयों पर तैनाती करा दी गई। जिसका खुलासा होने पर एसटीएफ ने 35 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा कर महेश शर्मा, पुष्पेन्द्र सिंह आदि सहित 16 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। बाद में राजवीर गुर्जर, भूपेन्द्र सिंह, मनोज कुमार, मोहित भारद्वाज, राधाकृष्ण और मास्टर माइंड आलोक उपाध्याय को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इस घोटाले में 110 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ भी मुकद्मा दर्ज कराया गया। जबकि फर्जी शिक्षकों को तैनाती देने वाले 86 शिक्षकों को निलम्बित कर दिया गया था। जिन्हें 8 मार्च 2019 को बाहल भी कर दिया गया था। जिसमें आलोक उपाध्याय सहित अन्य एक दर्जन आरोपी तो जमानत पर छूटकर आ गये। लेकिन बेगराज चाहर डेढ़ साल से फरार चल रहा था।

बताते हैं वृन्दावन कोतवाली क्षेत्र के नगला नेता निवासी नरेश चौधरी ने शिक्षक भर्ती के नाम पर 5 लाख की अवैद्य वसूली की रिपोर्ट बेगराज चाहर और उसके पिता देशराज सिंह के विरूद्ध थाना नौहझील में दर्ज कराई थी। जिसे पुलिस गिरफ्तार करने में सफल नहीं हो सकी थी। बताते हैं कि यूटा संगठन के नाम पर बेगराज एवं आलोक उपाध्याय रिश्वत के आरोप में बिजीलेंस से कई अधिकारी-कर्मचारियों को रंगे हाथ गिरफ्तार कराकर जेल भिजवा चुके हैं। गिरफ्तार किये गये बेगराज चाहर की देर शाम तक पुष्टि करने से पुलिस कतराती रही और जांच पड़ताल करने की बात कर रही थी।

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