लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या से उग्र हुए किसान-विपक्षी दल, सरकार के विरोध में किए धरना प्रदर्शन

0
436
लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के बाद सोमवार को यमुना एक्सप्रेस के मांट टोल पर जाम लगाकर धरना दे रहे भाकियू अंबावता के पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं किसान।

मथुरा। लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के पुत्र द्वारा किसानों पर गाड़ी चढ़ाकर उनकी हत्या कर देने के बाद सोमवार को मथुरा में भी किसानों और विपक्षी राजनैतिक दलों में काफी उबाल रहा। जहां विपक्षी राजनैतिक दलों द्वारा धरना-प्रदर्शन और प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन देकर विरोध जताया गया। वहीं किसानों के विभिन्न संगठनों द्वारा भी जगह-जगह जाम लगाया गया। यमुना एक्सप्रेस वे पर टोल पर कब्जा कर लिया। इससे दिन भर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी हलकान होते रहे। अधिकारियों ने बमुश्किल किसानों को समझा कर यमुना एक्सप्रेस से जाम खुलवाया।

भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पदाधिकारी उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों के साथ हुई बर्बरता व कत्लेआम के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर कार्यकर्ताओं और किसानों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे। सैकड़ों किसानों और कार्यकर्ताओं को कलेक्ट्रेट के गेट पर ही रोक दिया गया। इससे किसान और कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट के गेट पर ही धरने पर बैठ गए ओर नारेबाजी शुरू कर दी। करीब आधे घंटे के प्रदर्शन के बाद सिटी मजिस्ट्रेट जबाहर सिंह श्रीवास्तव एवं सीओ सिटी ने कलेक्ट्रेट के गेट खुलवाए। इसके बाद किसानों ने अंदर जाकर धरना दे दिया। भाकियू टिकैत के निवर्तमान प्रदेश उपाध्यक्ष बुद्धा सिंह प्रधान एवं निवर्तमान आगरा मंडल अध्यक्ष गजेंद्र सिंह परिहार ने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसान शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे थे, लेकिन उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार ने तानाशाही का रवैया अपनाते हुए किसानों के साथ बहुत ही अन्याय किया है। जिसे किसान यूनियन कार्यकर्ता बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके बाद भाकियू पदाधिकारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट जवाहर सिंह को मांग पत्र देते हुए मृतक किसानों के परिवार को 1-1 करोड़ की आर्थिक मदद, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व घायल हुए किसानों को सरकारी खर्चे पर इलाज और 25-25 लाख की आर्थिक सहयोग राशि देते हुए आशीष मिश्रा उर्फ मोनू मिश्र ब दोषियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही और गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के त्याग पत्र की मांग की।

लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के बाद सोमवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन के दौरान भाकियू टिकैत के पदाधिकारीगण एवं कार्यकर्ता।

इस दौरान भाकियू के जिलाध्यक्ष देवेंद्र रघुवंशी, महानगर अध्यक्ष पवन चतुर्वेदी, मंडल कोषाध्यक्ष जगदीश परिहार, मांट तहसील अध्यक्ष रोहताश चौधरी, मीना ठाकुर, मीना चौधरी, चुनमुन चौधरी, मुजाहिद कुरैशी, चंद्रभान सिंह, चिरागउद्दीन कुरैशी, नवीन चतुर्वेदी, तहसील अध्यक्ष महावन चंद्रभान सिंह, राममूर्ति ठेकेदार, योगेश अस्थाना, गिल्ला परिहार, गजेंद्र सिंह, करुआ सिंह, राजकुमार, मुकेश पहलवान, गोकुलेश यादव, हरिओम यादव, रामवीर सिंह, चुनमुन, तोरण सिंह, गिर्राज सिंह परिहार, सत्यवीर सिंह परिहार, इंद्रपाल सिंह परिहार, वीरेंद्र सिंह परिहार, सोनवीर सिंह, चंद्रवीर सिंह परिहार, घूरेलाल शास्त्री, ऋषि कुमार, नीरज कुमार सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।

भाकियू अम्बावता ने जाबरा प्लाजा पर लगाया जाम
मांट। लखीमपुर खीरी में किसानों के साथ हुई बर्बरता को लेकर भाकियू अम्बावता ने राष्ट्रीय आह्वान पर सरकार का विरोध करते हुए जाबरा टोल प्लाजा पर हंगामा किया और टोल प्लाजा पर जाम लगा दिया। जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई। राष्ट्रपति के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंपा।

सोमवार को भाकियू अम्बावता ने राष्ट्रीय आह्वान पर जिलाध्यक्ष राजकुमार तोमर के नेतृत्व में लखीमपुर खीरी में हुई किसानों की बर्बरता को लेकर टोल प्लाजा पर धरना प्रदर्शन किया। प्रदेश सरकार का विरोध करते हुए गुस्साए किसानों ने बूथों पर कब्जा कर टोल प्लाजा पर नोएडा की तरफ से आने वाले वाहनों को रोक कर जाम लगा दिया। करीब एक घंटे तक वाहनों को रोककर जाम लगाया। पुलिस प्रशासन ने किसानों को काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन भाकियी अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे। जिलाध्यक्ष राजकुमार तोमर ने बताया कि मृतक किसानों के परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग,सरकारी नौकरी दिलाने की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम एडीएम सतीश त्रिपाठी और एसपी देहात श्रीचंद को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर तहसील अध्यक्ष सोनवीर चौधरी, अंशू नौहवार, शिवकुमार तोमर, योगेश तोमर, सत्यवीर सिंह, साधु प्रधान, मनीष ठाकुर, उदयवीर सिंह, ब्रजेश राघव, शिवकुमार तोमर आदि मौजूद रहे।

लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के बाद सोमवार को प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए रालोद के पदाधिकारीगण।

रालोद ने डीएम को सौंपा ज्ञापन, आरोपियों पर कार्रवाई की मांग
रालोद के वरिष्ठ पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा जिलाधिकारी मथुरा को एक ज्ञापन दिया गया। इसमें किसानों की हत्या करने वाले आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने एवं मृत किसानों के परिजनों को मुआवजा और नौकरी दिए जाने की मांग की गई।

ज्ञापन के माध्यम से रालोद पदाधिकारियों द्वारा मांग की गई कि उत्तर प्रदेश सरकार को तुरंत बर्खास्त किया जाए। गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को भी बर्खास्त किया जाए। उसके पुत्र को भी इरादतन हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया। मृत किसानों के परिवार को 50- 50 लाख रुपए का मुआवजा एवं एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए। तीनों काले कानूनों को अविलंब निरस्त किया जाए। किसानों की सुरक्षा बढ़ाई जाए और पुलिस प्रशासन के जो व्यक्ति इस घटना में सम्मिलित हैं उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर तुरंत गिरफ्तार किया जाए। जिलाध्यक्ष बाबूलाल प्रमुख ने कहा कि बर्बरता पूर्वक किसानों की हत्या की गई है। मृत किसानों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए। उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए। साथ ही उनके आश्रितों को सरकारी नौकरी दी जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान कुंवर नरेंद्र सिंह, सुरेश भगत, रामवीर भरंगर, हरवीर चौधरी, उमेश चौधरी, योगेश द्विवेदी, उदय भान सिंह जाटव, नारायण सिंह बिप्लवी एडवोकेट, महेश्वर नाथ चतुर्वेदी एडवोकेट, धीरज, विश्वेंद्र चौधरी हरवीर सिंह, सौरभ, आजाद आदि लोग उपस्थित रहे।

होलीगेट पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष चौधरी भगवान सिंह वर्मा के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन करते हुए पदाधिकारी एवं कार्यकर्तागण।

कांग्रेसियों और पुलिस के बीच हुई धक्का मुक्की, लाठियां चलाने का आरोप
मथुरा। लखीमपुर में किसानों केंद्रीय राज्य मंत्री के पुत्र द्वारा लखीमपुर में 8 किसानों की निर्मम हत्या, पीड़ित किसानों से मिलने जा रहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, राज्य सभा सांसद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दीपेंद्र हुड्डा के साथ की गई मारपीट एवं सीतापुर में की गई गिरफ्तारी के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष चौधरी भगवान सिंह वर्मा एवं शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष पंडित एमएम शर्मा के नेतृत्व में होली गेट पर एकत्रित होकर धरना प्रदर्शन करते हुए कांग्रेसियों को पुलिस ने खदेड़ दिया। आरोप है कि पुलिस ने न केवल शहर कांग्रेस कार्यालय पर चढ़कर कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की बल्कि उन पर लाठियां भांजी। उन्होंने कांग्रेसियों द्वारा बनाए गए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पुतले को भी छीन लिया। इस दौरान कई कार्यकर्ता चोटिल भी हुए।

सोमवार को जिलाध्यक्ष भगवान सिंह वर्मा व शहर अध्यक्ष एमएम शर्मा के नेतृत्व में सैंकड़ों कार्यकर्ता होली गेट पर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें धरना स्थल से हटा दिया। जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शहर कांग्रेस कार्यालय में घुसकर वहां मौजूद कार्यकर्ताओं के साथ लाठी-डंडों से मारपीट भी की। यहां से जब कार्यकर्ता विकास बाजार स्थित गांधी प्रतिमा की तरफ बढ़े तो भी पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया। जिलाध्यक्ष भगवान सिंह वर्मा ने बताया कि भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर की गई लाठी चार्ज की ये घटना सरकार के तानाशाही रवैए व नाकामी को दर्शाती है। शांतिपूर्ण तरीके से कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे धरना प्रदर्शन में पुलिस ने व्यवधान फैलाया है। इसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ मारपीट एवं सीतापुर में गिरफ्तारी कर भाजपा सरकार ने अंग्रेजी शासन की याद ताजा कर दिया है ऐसा प्रतीत होता है। भाजपा ने चुनाव से पहले अपनी हार को स्वीकार कर लिया है। उनकी आवाज को किसी भी दशा में दबने नहीं दिया जाएगा।

इस दौरान राजेंद्र शर्मा, यतेंद्र मुकदम, प्रवीण ठाकुर, राहुल चतुर्वेदी, भोला यादव, मुकीम कुरेशी, दिनेश जैन, बालकृष्ण चतुर्वेदी, बृज किशोर गोस्वामी, अभिलाश सक्सेना, शिशुपाल चौधरी, तपेश गौतम, प्रखर चतुर्वेदी, सिम्मी बेगम, सुशील सागर, सलमान कुरेशी, पीपी सिंह, विनोद आर्य, अनूप गौतम, विनोद चतुर्वेदी, आनंद शर्मा, सुरेश बाल्मीकि, मनोज कुमार शर्मा, अजीत सैनी, निसात अहमद, राहुल शर्मा, सुनील उपाध्याय, कासिम रिजवी, अलीम कुरैशी, अनिल चतुर्वेदी, शहजाद बेग, मुस्लिम कुरैशी, संजय सिंह, अनूप गौतम, इंद्रजीत गौतम, नीरज यादव, संजीव चतुर्वेदी, रोहन सिंह, ओम ठाकुर, मोहन सिंह, सुरेंद्र गोस्वामी, राजू, अमित चतुर्वेदी, सुरेश बाल्मीकि, अजय मैहरा, अभी ठाकुर, मदन मीणा आदि सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।

आम आदमी पार्टी ने दिया धरना, सौंपा ज्ञापन

लखीमपुर खीरी के किसानों की निर्मम हत्या के विरोध में आम आदमी पार्टी के जनपदीय पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर जिला मुख्यालय स्थित पेट्रोल पंप के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा गया।

प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार मुर्दाबाद, योगी-मोदी हाय हाय, किसानों की हत्या भाजपा मुर्दाबाद के खूब नारे लगाए। इस दौरान पार्टी पदाधिकारियों की मुख्यालय के गेट पर मौजूद पुलिस अधिकारियों से भी तीखी नोंकझोंक हुई। प्रदर्शनकारी जिलाधिकारी कार्यालय में अंदर जाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से बलपूर्वक रोक लिया। इस दौरान जिलाध्यक्ष रवि प्रकाश भ्ररद्वाज, जिला उपाध्यक्ष वीएस ठकुरेला, विधि प्रकोष्ठ अध्यक्ष प्रवेश सिंह, गोवर्धन विधानसभा अध्यक्ष रामप्रकाश तेवतिया, अवधेश सोलंकी, साहिल खान, दीपू, राहुल, तरूण शर्मा, गगन शर्मा, सूरज पटेल, रिंकेश वाल्मीकि, भूरा सिंह, कृष्ण कुमार, प्रशांत, मयंक, रोशनलाल, अनुराधा अरोरा सहित अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।