नकली सोना रख बैंकों को लगाया करोड़ों का चूना, पिता-पुत्री सहित 5 गिरफ्तार

0
900
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए करोड़ों की धोखाधड़ी के अभियुक्तों के बारे में जानकारी देते हुए एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर। साथ हैं अन्य पुलिस अधिकारीगण।

मथुरा। नकली सोना गिरवी रखकर बैंकों से करोड़ों रूपये का गोल्ड लोन लेने वाले गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार कर पुलिस ने भंडाफोड़ कर दिया। जबकि डेढ दर्जन सदस्य फरार है। गिरफ्तार सदस्यों में मास्टरमांइड सहित उसकी पुत्री भी शामिल है। आरोपियों में कई महिलाएं भी हैं। वहीं फरार आरोपियों के परिजनों ने मास्टरमाइंड पर भोले भाले लोगों को मामले में फर्जी तरीके से फंसाने के आरोप लगाए हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. गौरव ग्रोवर ने पत्रकार वार्ता में बताया कि शहर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत भारतीय स्टेट बैंक की गोविंद गंज एवं डैंपियर नगर शाखा और केनरा बैंक की शांति मार्केट होलीट एवं चौक बाजार शाखा के प्रबंधकों द्वारा सन् 2021 में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि कुछ लोगों ने संगठित गिरोह बनाकर सोना रखकर 36 गोल्ड लोन पर 3 करोड़ रूपये स्वीकृत करा लिए थे। बैंकों द्वारा जब सोने की जांच की गई तो यह नकली पाया गया। पुलिस द्वारा मामलों की विवेचना की गई तो इस गड़बड़झाले का मास्टरमाइंड राजेश अग्रवाल पुत्र निताईचरण निवासी गऊघाट निकला। जिसने गैंग बनाकर इस घटना को अंजाम दिया था। इस मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया।

एसएसपी के अनुसार, पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि उन्होंने देव टंच ज्वैलर्स के नौकर धर्मेन्द्र सोनी उर्फ तोती पुत्र अशोक सोनी के साथ मिलकर सोने की फर्जी टंच कराई और फर्जी प्रमाणपत्र बनाकर उस पर विभिन्न बैंकों से 36 गोल्ड लोन स्वीकृत करा लिए। जिनसे 3 करोड़ रूपये प्राप्त हुए। मास्टरमाइंड राजेश अग्रवाल ने बताया कि ये सभी लोन 3 माह में कराये गये। इनमें से 25 लाख रूपया राजेश ने स्वयं अपने मकान के निर्माण में लगा दिए। 20 लाख रूपया अपनी पुत्री श्रेया अग्रवाल के ऑनलाइन व्यापार में लगा दिए। उसने 20 लाख रूपए धर्मेंद्र सोनी उर्फ तोती को दिये। जिससे उसने एक चार पहिया कार आईटेन व एक अपाचे बाइक खरीदी। एक अन्य अभियुक्त शिशुपाल पुत्र दुर्गपाल सिंह निवासी गढाया थाना फरह को 10 लाख रूपए मिले। शेष रूपया लोन कराने वाले अन्य सह अभियुक्तों के पास है। पुलिस ने अपाचे बाईक व एक कार को बरामद कर लिया है।

धोखाधड़ी: पूर्व बार अध्यक्ष के पुत्र की अग्रिम जमानत याचिका खारिज

एसएसपी ने बताया, कि पुलिस द्वारा राजेश अग्रवाल व उसकी पुत्री श्रेया अग्रवाल निवासीगण गउघाट थाना गोविंद नगर, सुहैल पुत्र चांद निवासी घीयामंडी, धर्मेन्द्र सोनी पुत्र अशोक सोनी निवासी तमौली धर्मशाला के पास थाना गोविंद नगर, रंजना वर्मा पुत्री गोवर्धन वर्मा निवासी कृष्णापुरम निकट बिरला मंदिर को आज गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रमुख प्रभारी निरीक्षक नगर कोतवाली विजय कुमार सिंह, चौकी प्रभारी होली गेट अवधेश कुमार पुरोहित, चौकी प्रभारी बीएसए संदीप कुमार, चौकी प्रभारी कृष्णानगर योगेश नागर, चौकी प्रभारी भरतपुर गेट विजय कुमार, चौकी प्रभारी बागबहादुर गुरूदास गौतम, चौकी प्रभारी कृष्णा नगर सुभाष चंद्र सहित अन्य शामिल रहे।

यह हैं फरार अभियुक्त
– हेमेन्द्र प्रकाश वर्मा पुत्र ओमप्रकाश वर्मा निवासी हीरा मार्केट सेठबाड़ा
– नरेन्द्र पुत्र श्रीचंद निवासी घाटी बहालराय थाना कोतवाली
– भूपेन्द्र शर्मा पुत्र कन्हैयालाल शर्मा निवासी गऊघाट लाल दरबाजा थाना गोविन्दनगर
– नरेश पुत्र भगवान सिह निवासी पुरवागर मथुरा
– हेमा पत्नी सोनू निवासी बाढ़पुरा सैनी चौपाल के पास थाना सदर बाजार
– सुशील पुत्र देवेन्द्र निवासी सरवनपुर द्वारिकाधीश मन्दिर थाना कोतवाली
– माया पत्नी सीताराम निवासी गढ़ाया लतीफपुर थाना फरह
– रेनू पत्नी निरोती निवासी गढ़ाया लतीफपुर थाना फरह
– लता पत्नी लाखन निवासी गढ़ाया लतीफपुर थाना फरह
– शिशुपाल पुत्र दुर्गपाल सिंह निवासी गढाया लतीफपुर थाना फरह
– विपिन कुमार पुत्र नाहर सिंह निवासी गढ़ाया लतीफपुर थाना फरह
– गीतम पुत्र खैमी निवासी निवासी गढ़ाया लतीफपुर थाना फरह
– मीना पत्नी राजकुमार निवासी गढ़ाया लतीफपुर थाना फरह
– पुष्पा पत्नी नेम सिंह निवासी गढ़ाया लतीफपुर थाना फरह
– सतीश पुत्र फौरन सिंह निवासी गढ़ाया लतीफपुर थाना फरह
– सीताराम पुत्र हरी सिंह निवासी गढ़ाया लतीफपुर थाना फरह

एक कहानी यह भीः-
गढ़ाया लतीफपुर के ग्रामीणों का कहना है कि अपराधिक किस्म के मास्टर माइंड लोगों ने भोले भाले लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर पहले बैंक में खाते खुलवाए गए। जिसके लिए उनके दस्तावेज भी लिए गए थे। इसके बाद इनसे ब्लैंक चैक भी ले लिए गए। उनकी इस घोटाले की भनक तब लगी, जब भारतीय स्टेट बैंक की डेंपियर नगर शाखा द्वारा 18 दिसंबर 2021 को लता पत्नी लाखन को नोटिस जारी किया गया। जिसमें लिखा था कि आपके द्वारा लिए गए गोल्ड लोन की एवज में बैंक के पास गिरवी रखे गए सोने की पुनः जांच करानी है। अतः 3 दिन के अंदर बैंक में आकर अपनी सहमति दर्ज कराएं।

ग्रामीणों का कहना है कि जब गत दिवस पुलिस द्वारा गांव में दबिश दी गई, जब पता लगा कि उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है। कहा कि इस मामले में सभी ग्रामीण एकत्रित होकर एसएसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर निर्दोषों को जेल न भेजने एवं मामले में निष्पक्ष जांच कराने मांग करेंगे।