ब्लैक स्टोनः भूमाफियाओं का खेल, पैरवी करने वाले को हत्या में भिजवाया जेल

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2006

मथुरा। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गठित की गई एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स की धज्जियां उड़ाते हुए मथुरा के भूमाफिया सरकारी, अर्द्ध सरकारी, नजूल एवं मिशनरी की भूमि पर बेखौफ कब्जा कर रहे हैं। कब्जे का विरोध करने वालों को साम, दाम, दंड, भेद अपनाकर ठिकाने लगाया जा रहा है। इसका एक ताजा मामला ब्लैक स्टोन गर्ल्स इंटर कालेज की जमीन से जुड़ा हुआ सामने आया है। यहां मिशनरी की जमीन बचाने के लिए पैरवी कर रहे क्रिश्चियन वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष को ही भूमाफिया द्वारा कब्जाई गई जमीन का विरोध करने पर हत्या के झूठे आरोप में फंसा कर जेल भिजवा दिया गया। इससे सोसायटी के पदाधिकारियों में दहशत का माहौल है। यही कारण रहा कि ब्लैक स्टोन गर्ल्स इंटर कालेज की जमीन पर भूमाफियाओं ने आसानी से दीवार का निर्माण करा लिया है।
प्रदेश में सरकार चाहे किसी भी पार्टी की हो और सरकार चाहे भूमाफियाओं को रोकने के लिए किसी भी टास्क फोर्स का गठन कर ले अथवा नियम बना ले। लेकिन मथुरा में भूमाफिया, अफसरों और राजनेताओं का तिलिस्म टूटने का नाम नहीं ले रहा है। इस गठजोड़ की नजर विगत काफी समय से मिशनरी की जमीनों पर गढ़ी हुई है। मिशनरी की जमीनों पर कब्जा करने का सिलसिला थमने के स्थान पर लगातार चलता जा रहा है। मिशनरी को बचाने के लिए ईसाई समाज के लोगों द्वारा क्रिश्चियन वेलफेयर सोसायटी का गठन किया गया। इसमें एडवर्ड राजू सिंह अध्यक्ष, ए होल्कर सचिव और आरके मैसी उपाध्यक्ष बने। उन्होंने मिशनरी की जमीन को बचाने के लिए प्रयास आरंभ कर दिए। इसमें ब्लैक स्टोन गर्ल्स इंटर कालेज की जमीन के साथ अन्य जमीनें भी शामिल रहीं। मामले कोर्ट में भी गए। अध्यक्ष एडवर्ड राजू सिंह जमीनों को बचाने के लिए कोर्ट में पैरवी कर रहे थे। अध्यक्ष एडवर्ड राजू सिंह की पत्नी मैरी एलिजाबेथ सिंह का आरोप है कि भूमाफियाओं ने उन्हें अपने पक्ष में करने के लिए काफी प्रयास किए। पहले उन पर दबाव बनाया गया। नहीं माने तो प्रलोभन दिए गए। इसके बाद भी नहीं माने तो मर्डर के झूठे मामले में उन्हें फंसा दिया गया। इसके बाद पुलिस से सेटिंग-गेटिंग कर उन्हें 15 मई 2019 को जेल भिजवा दिया गया। ईसाई समाज के लोगों का कहना है कि एडवर्ड राजू सिंह को हत्या के फर्जी मामले में फंसाने के बाद सोसायटी के अन्य पदाधिकारियों में भय का माहौल है। यही कारण रहा कि ब्लैक स्टोन कालेज की जमीन पर हुए कब्जे का सोसायटी खुलकर विरोध नहीं कर सकी। इसके चलते भूमाफियाओं ने आसानी से ब्लैक स्टोन गर्ल्स इंटर कालेज की जमीन पर बाउंड्रीवॉल का निर्माण कर कब्जा कर लिया। यहां गेट और ऑफिस का निर्माण भी हो चुका है। सोसायटी के पदाधिकारियों की मानें तो जमीन की बाजारी कीमत लगभग 100 करोड़ से अधिक बताई जा रही है।
एडवर्ड राजू सिंह की पत्नी मैरी एलिजाबेथ सिंह ने एसएसपी को पत्र लिखकर उसके पति एडवर्ड राजू सिंह को गलत फंसाने की बात कहते हुए निष्पक्ष जांच करने की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि जिस 75वर्षीय व्यक्ति इंदर क्रिस्टोफर साइमन की रहस्यमय हत्या का आरोप उनके पति पर लगाया गया है। वह मृतक उनके मकान के दूसरे हिस्से में रहता था। उसके 65वर्षीय पति एडवर्ड राजू सिंह ही उसकी देखभाल करते थे। साइमन की मौत के बाद उनके पति राजू सिंह ने ही पुलिस एवं मृतक के परिजनों को सूचना दी थी। उन्होंने ही पुलिस से मृतक का पोस्टमार्टम कराने का सुझाव दिया था लेकिन भूमाफियाओं ने मृतक की दत्तक पुत्री सुनयना को अपने साथ मिलाकर उनके पति एडवर्ड राजू सिंह पर ही हत्या का आरोप लगवा दिया। इसके बाद पुलिस ने वृद्ध राजू सिंह को जेल भेज दिया। जबकि उनके पति मधुमेह, हृदय रोग एवं थॉयराइड सहित अन्य बीमारियों से ग्रसित हैं और उनकी आंखों की रोशनी भी काफी कम है। उनकी आंखों का ऑपरेशन होना था लेकिन उनके जेल जाने की वजह से नहीं हो सका।
जनपद में ब्लैक स्टोन गर्ल्स इंटर कालेज की जमीन के रुप में भूमाफियाओं द्वारा मिशनरी की जमीन पर कब्जा करने का पहला मामला नहीं है। इससे पहले मैथोडिस्ट अस्पताल की जमीन पर कब्जा हो चुका है। वृंदावन स्थित मिशनरी की जमीन पर भूमाफिया कब्जा किया जा चुका है। ब्लैक स्टोन गर्ल्स इंटर कालेज की जमीन पर कब्जा हो चुका है। वहीं क्लैंसी इंटर कालेज की जमीन भी बेची जा चुकी है। इसका विरोध भी सोसायटी दबे स्वर में काफी समय से कर रही है। अगर शासन प्रशासन ने शीघ्र ही इस ओर ध्यान नहीं दिया तो वह दिन दूर नहीं जब भूमाफिया क्लैंसी इंटर कालेज की जमीन के साथ मिशनरी की जमीन पर भी कब्जा कर लेंगे। सोसायटी के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिशनरी की जमीनों को भूमाफियाओं द्वारा किए जा रहे कब्जों से मुक्त कराने की अपील की है।