NCRB रिपोर्ट : यूपी-बिहार में ना हो सका कानून का राज, बढ़े अपराध

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लंबे इंतजार के बाद आखिरकार ‘नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो’ (NCRB) ने 2017 के दौरान देश भर में हुए अपराध से जुड़े आंकड़ों को सार्वजनिक कर दिया। आंकड़ों के मुताबिक 2016 के मुकाबले 2017 में अपराध की घटनाओं में 5.9 फीसदी की कमी देखी गई। हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक हत्याओं के मामले में यूपी और बिहार अव्वल स्थान पर हैं। NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक 2017 के दौरान देश भर में कुल 28,653 हत्या के मामले दर्ज हुए, जबकि 2016 में यह आंकड़ा 30,450 था। देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की पुलिस से मिले आंकड़ों से पता चला कि हत्याओं में सबसे ज्यादा कारण आपसी विवाद थे।

देश के सभी राज्यों के मुकाबले 2017 में उत्तर प्रेदश और बिहार में हत्या की सबसे ज्यादा वारदातें हुईं। तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र और तमिलनाडु रहे। हालांकि, 2017 के दौरान जहां उत्तर प्रदेश में 2016 की तुलना में कम हत्याएं हुईं, वहीं बिहार में यह आंकड़ा बढ़ गया। उत्तर प्रदेश में 4,324 हत्या के मामले सामने आए, जबकि 2016 में यह आंकड़ा 4,889 था। वहीं, बिहार में 2017 के दौरान 2,803 मर्डर के मामले सामने आए, जबकि 2016 में यह आंकड़ा 2581 था। हालांकि, 2017 के दौरान महाराष्ट् के भीतर हत्या के मामलों में कमी देखी गई। 2016 में हुए 2299 हत्याओं के मुकाबले यह आंकड़ा 2017 में 2103 था।

विवादों के चलते हुई हत्याओं में यूपी (1051) और बिहार (993) के बाद महाराष्ट्र और तमिलनाडु का नंबर है। इन राज्यों में भी आपसी विवाद की वजह से 824 हत्याएं हुई हैं। राज्यों के अलावा केंद्रशासित प्रदेशों में अपरा के मामले में दिल्ली अव्वल है। लेकिन, यहां भी 2016 के मुकाबले हत्याओं के मामले में कमी देखी गई है। 2016 में जहां हत्या के 528 मामले सामने आए थे, वहीं 2017 में यह आंकड़ा घटकर 487 हो गया। दिल्ली के बाद हत्या के सबसे ज्यादा मामले क्रमश: चंडीगढ़ और पुडुचेरी में देखने को मिले। गौर करने वाली बात यह है कि अगर हत्याओं का आंकलन प्रति 1 लाख की आबादी पर किया जाए तो अरुणाचल प्रदेश में अव्वल स्थान पर है। यहां एक लाख की आबादी पर 5.9 मामले सामने आए हैं।

मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में तो 14 हत्या के मामले सिर्फ पानी को लेकर विवाद में हुए। वहीं, देहज संबंधी हत्या के मामलों में ओडिशा (291) के बाद पश्चिम बंगाल (274) का नंबर है। 2017 में देहज के लिए हत्याओं का आंकड़ा 1,123 रहा। जहां तक राजनीतिक हत्याओं की बात है तो 2017 में कुल 98 ऐसी हत्याएं हुईं, जिनमें सबसे ज्यादा झारखंड (42) और बिहार (12) में इस तरह की वारदातें हुईं।