पुलिस का खेल निराला, पीड़ित के खिलाफ ही बलात्कार का मुकदमा दर्ज

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मथुरा। चुनाव आचार संहिता की आड़ में जिला पुलिस क्या क्या गुल खिला रही है। इसका एक मामला वृंदावन क्षेत्र में सामने आया। यहां दबंगों की गोलियों से घायल हुए पीड़ित पक्ष ने आरोपी से समझौता नहीं किया तो आरोपी ने पुलिस से मिलकर एक दूसरे थाने में पीड़ितों के खिलाफ ही दुराचार का मुकदमा दर्ज करा दिया। पीड़ित पक्ष ने एसएसपी से मिलकर घटना की जानकारी देते हुए न्याय की गुहार लगाई है।


वृंदावन कोतवाली क्षेत्र के गांव सकराया निवासी भोला को यमुना खादर के जमीनी विवाद में 22 मार्च को जहांगीरपुर निवासी एक हिस्ट्रीशीटर ने गोली मार दी थी। घायल पीड़ित ने वृंदावन कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उसकी सुनवाई नहीं की। इसके बाद पीड़ित ने अपने परिवार के साथ एसएसपी से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा। एसएसपी के हस्तक्षेप के बाद उसका मुकदमा दर्ज कर लिया गया लेकिन पुलिस द्वारा आरोपियों को पकड़ा नहीं गया। इससे आरोपी के हौसले बुलंद हो गए और वह पीड़ित पक्ष पर समझौते के लिए दबाव बनाने लगा। जब पीड़ित ने राजीनामा करने से इंकार कर दिया तो आरोपी पक्ष ने मांट पुलिस से सेटिंग गेटिंग कर एक दलित परिवार की महिला ने पीड़ित पक्ष के िखलाफ ही सामूहिक दुराचार और एससी/एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज करा दिया। मांट पुलिस ने भी तत्परता दिखाते हुए पीड़ित भोला के पिता को हिरासत में ले लिया जबकि वृंदावन पुलिस ने जान से मारने के प्रयास जैसे मामले में भी त्वरित कार्यवाही करना उचित नहीं समझा। जबकि इस मामले में एसपी क्राइम द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए थे। पीड़ित भोला के अनुसार 9 मार्च को भी आरोपी हिस्ट्रीशीटर ने उस पर गोली चलाई थी। इसकी सूचना भी क्षेत्रीय चौकी प्रभारी विपिन गौतम को दी गई लेकिन तब भी कोई कार्यवाही नहीं की गई। इससे आरोपी के हौंसले बुलंद हो गए और उसने 22 मार्च को एक बार फिर गोलीकांड को अंजाम दे दिया।

आरोपी पक्ष पर अब तक कार्यवाही न होने और पुलिस की कार्यप्रणाली से हताश पीड़ित पक्ष ने वरिष्ठ अधिकारियों से इसकी शिकायत की है। पीड़ित पर ही झूठा मुकदमा दर्ज होने से गांव सकराया के ग्रामीण पीड़ित के पक्ष में आ गए हैं। सूत्रों की मानें तो रविवार को गांव सकराया के काफी ग्रामीण एकत्रित होकर मांट थाने पहुंचे। यहां उन्होंने क्षेत्राधिकारी से भी मुलाकात कर निष्पक्ष जांच की मांग की। ग्रामीणों का आरोप है कि जिस महिला ने बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराया है, वह महिला पहले भी ऐसे ही एक फर्जी मुकदमे में एक वृद्ध को फंसा कर लाखों रुपए वसूल चुकी है। एसओ मांट प्रदीप कुमार ने बताया कि महिला द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे की जांच की जा रही है। गांव सकराया के ग्रामीणों ने उनसे मुलाकात नहीं की है लेकिन मामले की जांच सही दिशा में ही की जाएगी। क्षेत्राधिकारी मांट राकेश ने ‘विषबाण’ को बताया कि मामले की जांच की जा रही है। विवेचना जारी है। इससे अधिक बताने से उन्होंने इंकार कर दिया।