संत रमेश बाबा को मिला पद्मश्री पुरस्कार

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मथुरा। गायों की सेवा कर ब्रज के साथ देश विदेश में विख्यात हुए संत रमेश बाबा को भारत सरकार ने पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा है। यह पुरस्कार स्वयं शासन ने उनके आश्रम पर उन्हें जाकर दिया। पुरस्कार के अंतर्गत प्रमाण पत्र, बैज और पटुका पहनाकर उन्हें सम्मानित किया गया। इस पुरस्कार से जनपद में खुशी की लहर दौड़ गई है।


भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा ब्रज क्षेत्र में गौसेवा करने के लिए संत रमेश बाबा को पद्मश्री पुरस्कार दिया गया है। रमेश बाबा के दिल्ली न पहुंचने के कारण गुरुवार को ब्रज तीर्थ विकास परिषद् के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र तथा जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने संयुक्त रूप से बरसाना स्थित आश्रम में जाकर संत रमेश बाबा को पद्मश्री पुरस्कार प्रदान किया। संत रमेश बाबा को एक प्रमाण पत्र, बैज तथा पटुका पहना कर सम्मानित किया। संत रमेश बाबा ने कहा कि उन्हें ब्रज में आये 66 वर्ष हो गए हैं। इससे पूर्व यमुना शुद्धिकरण, गौसेवा सहित कई कार्यों के लिए मुहिम शुरु की थी। आज माताजी गौशाला में 60 हजार गायें हैं। जो भारतीय मूल की सबसे बड़ी गौशाला है। इसमें उनके पालन पोषण से लेकर रहन सहन की व्यवस्था है। कहा कि गौसेवा हमारी आयु बढ़ाती है। अभी 15-20 करोड़ लागत से गायों का अस्पताल बनाया जा रहा है।

डीएम ने कहा कि ब्रज क्षेत्र में गौसेवा के लिए विशिष्ट रूप से सम्मान दिया गया। इसे भेंट करने के लिए मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त गौसेवा के लिए राधाकुंड में सुदेवी दासी को भी पद्मश्री पुरस्कार प्रदान किया गया था। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन सतीष कुमार त्रिपाठी, उप जिलाधिकारी गोवर्धन नगेंद्र सिंह, क्षेत्राधिकारी गोवर्धन सहित बड़ी संख्या में माताजी गौशाला के पदाधिकारी उपस्थित थे।