कोरोना के दौर में राहत की सांस, कोरोना से हो रही मौतों में आ रही गिरावट

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ध्रुव घाट

मथुरा। बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच जनपद में राहत की खबर मिल रही है। जनपद में कोविड प्रभावित मरीजों की मृत्यु की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है। इससे जनपद वासी थोड़ा सुकून की सांस ले रहे हैं। हालांकि अभी कोविड के चलते मरीजों की मौत थमी नहीं है। इन आंकड़ों के बारे में ‘विषबाण’ ने मथुरा के दोनों एवं वृंदावन के एक श्मशान घाट की ग्राउंड रिपोर्ट में पड़ताल की तो यह आंकडे़ सामने आए।

मथुरा के धु्रव घाट पर जब ‘विषबाण’ की टीम शाम को करीब 4 बजे पहुंची तो वहां मंगलवार को कोविड के चलते मरने वाले 5 शव अंतिम संस्कार के लिए आए थे। जब टीम ने कोरोना से मरने वाले लोगों के 25 अप्रैल से 10 मई तक के आंकड़े एकत्रित किए तो जो आंकड़े सामने आए। ‘विषबाण’ उन आंकड़ों को आपके सामने रख रहा है।
25 अप्रैल को 08, 26 अप्रैल को 06, 27 अप्रैल को 03, 28 अप्रैल को 06, 29 अप्रैल को 08 एवं 30 अप्रैल को धु्रव घाट पर 04 मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया। जबकि मई माह में एक मई को 13, दो मई को 10, तीन मई को 08, चार मई को 09, पांच मई को 08, छह मई को 04, सात मई को 03, आठ मई को 08, नौ मई को 06, 10 मई को 06 एवं 11 मई को सायं चार बजे तक 05 शवों को मुखाग्नि दी गई।

आकाशवाणी स्थित मोक्ष धाम

वहीं विषबाण की टीम ने आकाशवाणी स्थित मोक्षधाम पर पड़ताल की तो जानकारी मिली कि वहां कोरोना प्रभावित शवों का दाह संस्कार नहीं किया जाता है। हालांकि मंगलवार को दोपहर करीब 12 बजे तक वहां एक भी शव का अंतिम संस्कार नहीं हुआ था। जबकि 10 मई को 08 शवों का अंतिम संस्कार यहां किया गया था। बातचीत करने पर पता लगा कि अपै्रल माह में जब कोरोना से लगातार मौत हो रही थीं तब 29 अप्रैल को यहां एक ही दिन में 24 डेड बाॅडी लाई गई थीं। हालांकि इनमें से कोई भी कोरोना प्रभावित नहीं थी।

इसके बाद विषबाण की टीम करीब दो बजे वृंदावन स्थित मोक्षधाम पहुंची। यहां जानकारी की गई और 25 अप्रैल से 11 मई तक आंकडे़ एकत्रित किए गए। जिनमें 25 अप्रैल को 04, 26 अप्रैल को शून्य, 27 अप्रैल को 01, 28 अप्रैल को 06, 29 अप्रैल को 03 एवं 30 अप्रैल को 06 कोरोना प्रभावित शव लाए गए थे। जबकि मई माह में एक मई को 02, दो मई को 02, तीन मई को 04, चार मई को 05, छह मई को 04, सात मई को 01, आठ मई को 03, नौ मई को शून्य, 10 मई को 03 एवं 10 मई को 03 शवों का अंतिम संस्कार किया गया।

उपरोक्त आंकड़ों को देखें तो पता लगता है कि पांच मई के बाद से लगातार मौतों की संख्या में गिरावट आ रही है। यह खबर कोरोना के लगातार बढ़ते संक्रमण के दौर में भयभीत लोगों को शायद कुछ राहत दे सकती है।